International Journal of Leading Research Publication

E-ISSN: 2582-8010     Impact Factor: 9.56

A Widely Indexed Open Access Peer Reviewed Multidisciplinary Bi-monthly Scholarly International Journal

Call for Paper Volume 6 Issue 2 February 2025 Submit your research before last 3 days of to publish your research paper in the issue of February.

उच्च शिक्षा की गिरती साख, तकनीकी एवं प्रबंधन शिक्षा का चरमराता ढॉचा

Author(s) गोपाल लाल बैरवा
Country India
Abstract विष्व में आर्थिक महाषक्ति बनने एवं डिजिटल होने का सपना देख रहे भारत में उच्च, तकनीकी एंव प्रबंध षिक्षा का ढॉचा चरमराता नजर आ रहा है। उदारीकरण के बाद खास पिछले एक डेढ दषक में देष में तकनीकी एवं प्रबंध षिक्षा संस्थानों की बाढ सी आ गई है। लेकिन षिक्षा की खराब गुणवत्ता और जरूरी बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण अभिभावकों के अरबों रूपये और उनके बच्चों के कैरियर के कुछ कीमती साल इस बाढ में बहते जा रहे है। स्थिति यह है कि मोटी फिस देकर एमबीए या इंजिनियरिंग डिग्री हासिल कर रहे लाखों युवा हर साल बेरोजगारों की कतार में शामिल होते जा रहे है या जीविकोपार्जन की मजबूरी में साधारण नौकरी ज्वाइन कर अर्द्धबेरोजगारी के षिकार हो रहे है।
अभी हाल ही में एसोचैम की ताजा सर्वेक्षण रिर्पोट के अनुसार देष के 20 प्रबन्धन संस्थानों को छोड कर अन्य हजारों संस्थानों से निकले केवल 7 प्रतिषत छात्र ही नौकरी लेने के काबिल होते है। यह चिन्ता का विषय इसलिए भी है क्योंकि स्थिति साल-दर-साल सुधरने की बजाये लगातार खराब होती जा रही है । सन 2007 में किये गये सर्वे में 25 प्रतिषत जबकि 2012 में 21 प्रतिषत एमबीए डिग्रीधारियों को नौकरी देने के काबिल माना गया था। इससे पहले जनवरी 2016 में एस्पाईरिंग माइंड्स की नेषनल इम्प्लायविलिटि रिपोर्ट के अनुसार देष के 20 प्रतिषत इंजिनियरिंग स्नातक ही नौकरी देने के काबिल है जाहिर है एमबीए और बी.टेक जैसे प्रोफेषनल कोर्स भी अब बीए और बीएससी पास कोर्स की तरह अपनी अहमियत खोते जा रहे। आखिर क्यों वद्तर हो रही है स्थिति और क्या हो सकता है इसका समाधान। इन दिनो सात प्रतिषत एमबीए डिग्री धारी युवा जिन्होने देष के 20 शीर्ष प्रबन्धन स्कूलों को छोड कर अन्य संस्थानों से पढाई की है नौकरी के काबिल है। 25 प्रतिषत एमबीए डिग्रीधारियों को 2007 मे जबकि 21 प्रतिषम 2012 में नौकरी के काबिल माना गया। एसोचैम के सर्वे में 5500 के करीब बिजनेस स्कूल है देष में इस समय जिनमें आईआईएम सहित थोडे से संस्थानों से निकले युवाओं को ही नौकरी मिल पा रही है।
Keywords .
Field Arts
Published In Volume 6, Issue 2, February 2025
Published On 2025-02-03
Cite This उच्च शिक्षा की गिरती साख, तकनीकी एवं प्रबंधन शिक्षा का चरमराता ढॉचा - गोपाल लाल बैरवा - IJLRP Volume 6, Issue 2, February 2025.

Share this