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Volume 6 Issue 2
February 2025
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स्वामी दयानंद सरस्वती एक महान शिक्षाविद, समाज सुधारक और सांस्कृतिक राष्ट्रवादी
Author(s) | Bhanu Prakash Soni |
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Country | India |
Abstract | स्वामी दयानंद सरस्वती एक महान शिक्षाविद, समाज सुधारक और सांस्कृतिक राष्ट्रवादी थे। वे ज्ञान के एक प्रबल योद्धा, भगवान की सृष्टि के रक्षक, और समाज की नई संरचना के मूर्तिकार के रूप में प्रतिष्ठित हैं। उनका सबसे बड़ा योगदान आर्य समाज की स्थापना है, जिसने शिक्षा और धर्म के क्षेत्र में क्रांति ला दी। स्वामी दयानंद आधुनिक भारत के उन प्रमुख सुधारकों और आध्यात्मिक शक्तियों में से एक हैं, जिन्होंने भारत को उसके सांस्कृतिक और सामाजिक मूल्यों के प्रति जागरूक किया। दयानंद सरस्वती के विचार और दर्शन उनके प्रमुख ग्रंथ “सत्यार्थ प्रकाश”, “वेद भाष्य भूमिका”, और “वेद भाष्य” में प्रतिबिंबित होते हैं। इसके अतिरिक्त, उनके द्वारा संपादित “आर्य पत्रिका” ने भी उनके विचारों और सुधारवादी दृष्टिकोण को प्रसारित किया। आर्य समाज के संस्थापक के रूप में, स्वामी दयानंद ने आधुनिक भारत के राजनीतिक विचारों में एक अद्वितीय स्थान बनाया। जब भारत के शिक्षित युवा यूरोपीय सभ्यता के सतही पहलुओं का अनुकरण कर रहे थे और भारत की सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत को उपेक्षित कर, इंग्लैंड की राजनीतिक व्यवस्थाओं को भारत में अपनाने की वकालत कर रहे थे, उस समय स्वामी दयानंद ने पश्चिमी वर्चस्व का कड़ा विरोध किया। उन्होंने भारतीय समाज को आत्मनिर्भर और स्वाभिमानी बनाने के लिए भारत-आर्य संस्कृति और सभ्यता के मूल्यों को पुनर्स्थापित करने का प्रयास किया। स्वामी दयानंद मूर्तिपूजा, जातिवाद, कर्मकांड, भाग्यवाद और नशाखोरी के प्रबल विरोधी थे। वे दबे-कुचले वर्गों के उत्थान के लिए सक्रिय रूप से खड़े हुए। उनके विचार हिंदू धर्म और वेदों के आधार पर भारतीय समाज के पुनर्गठन पर केंद्रित थे। उन्होंने इस्लाम और ईसाई धर्म की आलोचना करते हुए, हिंदू समाज के विभाजित संप्रदायों को एकजुट करने की वकालत की। राजनीति के क्षेत्र में, दयानंद सरस्वती ने राज्य के सिद्धांत, सरकार के प्रारूप, तीन-विधान सरकार के कार्य, और कानून के नियमों पर अपने विचार व्यक्त किए। उनके ये विचार न केवल भारतीय राजनीति के मूल्यों को दिशा प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें भारतीय राजनीति में उच्च विचारधारा का प्रतिपादक भी बनाते हैं। |
Keywords | . |
Field | Arts |
Published In | Volume 6, Issue 1, January 2025 |
Published On | 2025-01-20 |
Cite This | स्वामी दयानंद सरस्वती एक महान शिक्षाविद, समाज सुधारक और सांस्कृतिक राष्ट्रवादी - Bhanu Prakash Soni - IJLRP Volume 6, Issue 1, January 2025. |
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10.70528/IJLRP
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